शुक्रवार को उनके कार्यालय के अनुसार, पाकिस्तानी प्रधानमंत्री शहबाज़ शरीफ़ ने भारत और पाकिस्तान के बीच युद्धविराम कराने में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की मदद की सराहना की और दावा किया कि इससे दक्षिण एशिया में एक "बड़ी तबाही" टल गई।
सेना प्रमुख फील्ड मार्शल सैयद असीम मुनीर के साथ, शरीफ़ ने गुरुवार को व्हाइट हाउस के ओवल ऑफिस में बंद दरवाजों के पीछे ट्रंप से मुलाकात की, जिसे इस्लामाबाद ने "गर्मजोशी और सौहार्दपूर्ण बैठक" बताया।
बयान के अनुसार, प्रधानमंत्री ने ट्रंप को एक "शांति पुरुष" बताया, जो दुनिया भर में संघर्षों को समाप्त करने के लिए ईमानदारी से प्रयास कर रहे हैं।
मध्य पूर्व के मुद्दे पर, शरीफ ने गाजा में युद्ध को समाप्त करने के ट्रंप के प्रयासों की सराहना की, जिसमें इस सप्ताह के शुरू में न्यूयॉर्क में प्रमुख मुस्लिम देशों के नेताओं की एक बैठक आयोजित करने की उनकी पहल भी शामिल है, जिसमें मध्य पूर्व, विशेष रूप से गाजा और पश्चिमी तट में शांति बहाली पर विचारों का व्यापक आदान-प्रदान किया गया।
शरीफ ने इस साल की शुरुआत में अपने देश के साथ हुए टैरिफ समझौते के लिए भी ट्रंप का शुक्रिया अदा किया और उम्मीद जताई कि उनके नेतृत्व में पाकिस्तान और अमेरिका के बीच दीर्घकालिक साझेदारी और मज़बूत होगी।
अमेरिकी उपराष्ट्रपति जे.डी. वेंस और विदेश मंत्री मार्को रुबियो भी बैठक में शामिल हुए।
बैठक से पहले पत्रकारों से बात करते हुए ट्रंप ने शरीफ और मुनीर को "महान नेता" बताया।
उन्होंने अमेरिकी कंपनियों को पाकिस्तान के कृषि, सूचना प्रौद्योगिकी, खनन और ऊर्जा क्षेत्रों में निवेश के लिए भी आमंत्रित किया।
क्षेत्रीय सुरक्षा और आतंकवाद-रोधी सहयोग भी एजेंडे में शीर्ष पर रहा।
शरीफ ने पाकिस्तान की आतंकवाद-रोधी भूमिका के लिए ट्रंप द्वारा सार्वजनिक रूप से समर्थन का स्वागत किया और सुरक्षा एवं खुफिया क्षेत्र में सहयोग को और बढ़ाने की आवश्यकता पर बल दिया।