भारतीय जनता पार्टी की असम इकाई के आधिकारिक एक्स हैंडल ने सोमवार को एक इस्लामोफोबिक एआई जनरेटेड वीडियो साझा किया, जिस पर सोशल मीडिया पर भारी प्रतिक्रिया हुई।
वीडियो में 90% मुस्लिम आबादी वाले असम का एक काल्पनिक परिदृश्य दिखाया गया है।
स्टेडियम, कस्बे, गुवाहाटी हवाई अड्डे और असम रंगरेज सहित कई जगहों पर मुसलमानों को बड़ी संख्या में दिखाया गया है। राहुल गांधी को एक पाकिस्तानी अधिकारी के पास खड़ा दिखाकर, कांग्रेस पार्टी को पाकिस्तान से जुड़ा हुआ दिखाया गया है।
सोशल मीडिया पर लोगों ने फिल्म को भड़काऊ बताते हुए इसकी निंदा की और सवाल उठाया कि क्या इसका उद्देश्य असम में मुसलमानों के खिलाफ हिंसा भड़काना है।
लेखक और शिक्षाविद अपूर्वानंद ने सवाल किया, "सत्तारूढ़ पार्टी भाजपा द्वारा मुसलमानों के खिलाफ खुलेआम नफ़रत फैलाना डरावना है। यह हिंसा का आह्वान है। इसकी इजाज़त कैसे दी जा रही है? हम इसे कैसे बर्दाश्त कर रहे हैं?"
प्रमुख पत्रकार पार्थ एम एन ने इस वीडियो को भाजपा के मानकों के हिसाब से भी "एक नया निम्न स्तर" बताया।
असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने भविष्यवाणी की है कि 2041 तक राज्य में मुसलमानों की संख्या हिंदुओं से अधिक हो जाएगी। सरमा ने मुसलमानों के संबंध में कई विवादास्पद बयान दिए हैं।