रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन 4-5 दिसंबर को भारत की राजकीय यात्रा पर आएंगे, क्रेमलिन ने शुक्रवार को घोषणा की।
इसी क्रम में जारी एक बयान में कहा गया है कि पुतिन भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के निमंत्रण पर भारत आएंगे। इस यात्रा को "महत्वपूर्ण और रूसी-भारतीय संबंधों के संपूर्ण एजेंडे पर व्यापक चर्चा का अवसर प्रदान करने वाला" बताया गया है।
इस बयान में रूसी-भारतीय संबंधों को एक "विशेष, विशेषाधिकार प्राप्त रणनीतिक साझेदारी" बताया गया है और कहा गया है कि पुतिन और मोदी के बीच बातचीत में वर्तमान अंतर्राष्ट्रीय और क्षेत्रीय मुद्दों पर चर्चा होगी। पुतिन अपनी भारतीय समकक्ष द्रौपदी मुर्मू से भी मुलाकात करेंगे।
बयान में आगे कहा गया, "बातचीत के परिणामस्वरूप एक संयुक्त बयान पारित होने और कई द्विपक्षीय अंतर-एजेंसी एवं वाणिज्यिक दस्तावेजों पर हस्ताक्षर होने की उम्मीद है।"
इस यात्रा की घोषणा सबसे पहले भारतीय राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने अगस्त में की थी। TASS ने रूसी सुरक्षा परिषद प्रमुख सर्गेई शोयगू के साथ एक बैठक में उनके हवाले से कहा था कि पुतिन "वर्ष के अंत में" देश का दौरा करेंगे।
पुतिन ने 18 नवंबर को मास्को में भारतीय विदेश मंत्री सुब्रह्मण्यम जयशंकर का भी स्वागत किया, जो शंघाई सहयोग संगठन की बैठक में भाग लेने के लिए रूसी राजधानी पहुँचे थे।













