रूसी संसद के निचले सदन, स्टेट ड्यूमा ने मंगलवार को भारत के साथ एक अंतर-सरकारी समझौते की पुष्टि की, जिसके तहत सैन्य कर्मियों, जहाजों और विमानों को एक-दूसरे की सीमाओं पर स्थानांतरित करने की अनुमति दी गई है।
ड्यूमा की वेबसाइट पर प्रकाशित दस्तावेज़ के अनुसार, इसमें रूस से भारत और भारत से रूस के लिए सैन्य इकाइयों, नौसैनिक जहाजों और सैन्य विमानों के परिवहन के लिए प्रासंगिक प्रोटोकॉल की रूपरेखा दी गई है, साथ ही पारस्परिक रसद सहायता की योजना भी बनाई गई है।
जैसा कि व्याख्यात्मक नोट में कहा गया है, यह समझौता न केवल सैन्य कर्मियों और उपकरणों की तैनाती को नियंत्रित करता है, बल्कि उनकी सामग्री सहायता को भी नियंत्रित करता है।
स्थापित प्रक्रिया संयुक्त अभ्यासों, प्रशिक्षणों, मानवीय सहायता के प्रावधान, आपदा राहत कार्यों और अन्य मामलों में लागू होगी, जैसा कि सहमति हो।
सरकार ने इस बात पर ज़ोर दिया कि दस्तावेज़ के अनुसमर्थन से दोनों देशों के बीच हवाई क्षेत्र का पारस्परिक उपयोग सरल हो जाएगा और रूसी तथा भारतीय सैन्य जहाजों को एक-दूसरे के बंदरगाहों में प्रवेश करने की अनुमति मिल जाएगी।













