भारत सरकार ने सोमवार को राजधानी नई दिल्ली में हुए घातक कार विस्फोट को "आतंकवादी घटना" बताया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में मंत्रिमंडल ने इस "नृशंस और कायराना" कृत्य की निंदा की और इस घटना में 12 लोगों की मौत पर "गहरा दुख" व्यक्त किया।
मंत्रिमंडल ने बुधवार को एक प्रस्ताव में कहा कि दक्षिण एशियाई देश ने "एक कार विस्फोट के माध्यम से राष्ट्र-विरोधी ताकतों द्वारा अंजाम दी गई एक जघन्य आतंकवादी घटना" देखी है।
प्रस्ताव में "आतंकवाद के सभी रूपों और अभिव्यक्तियों के प्रति शून्य सहिष्णुता की नीति के प्रति भारत की अटूट प्रतिबद्धता" को भी दोहराया गया।
इसमें निर्देश दिया गया कि "घटना की जाँच अत्यंत तत्परता और पेशेवर तरीके से की जाए ताकि अपराधियों, उनके सहयोगियों और उनके प्रायोजकों की पहचान की जा सके और उन्हें बिना किसी देरी के न्याय के कटघरे में लाया जा सके।"
भारतीय पुलिस, मुगलकालीन ऐतिहासिक इमारत, लाल किले के बाहर हुए विस्फोट की आतंकवाद-रोधी कानून के तहत जाँच कर रही है।


















