अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और तुर्की के राष्ट्रपति रेजेप तैयप एर्दोआन ने गुरुवार को व्हाइट हाउस में वार्ता के दौरान रक्षा और व्यापार पर सहयोग बढ़ाने का संकल्प लिया।
ट्रंप ने कहा कि वह और एर्दोआन तुर्की द्वारा F-16 और F-35 कार्यक्रमों सहित अमेरिका निर्मित लड़ाकू विमानों की खरीद के साथ-साथ आर्थिक सहयोग पर भी चर्चा करेंगे।
ट्रंप ने संवाददाताओं से कहा, "हम दोनों देशों के लिए कुछ बेहतरीन व्यापार समझौते करने जा रहे हैं।" उन्होंने कहा कि रूसी मिसाइल प्रणालियों की खरीद को लेकर अंकारा पर लगे प्रतिबंधों को "लगभग तुरंत" हटाया जा सकता है।
ओवल ऑफिस में ट्रंप के बगल में बैठे एर्दोआन ने कहा कि बातचीत में रक्षा बिक्री समेत कई मुद्दों पर चर्चा होगी।
उन्होंने कहा, "हम तुर्की-अमेरिका संबंधों में एक अलग प्रक्रिया का अनुभव कर रहे हैं। मुझे विश्वास है कि हम मिलकर, हाथ मिलाकर, इस क्षेत्र की इन कठिनाइयों को दूर कर लेंगे।"
ट्रंप ने अपने समकक्ष की "एक बेहद सम्मानित व्यक्ति" के रूप में प्रशंसा करते हुए कहा कि एर्दोआन की "अपने देश, पूरे यूरोप और पूरी दुनिया में बहुत प्रशंसा की जाती है।"
यह बैठक नाटो सहयोगियों के बीच रक्षा खरीद, क्षेत्रीय संघर्षों और वित्तीय प्रतिबंधों को लेकर लंबे समय से चल रहे विवादों की पृष्ठभूमि में हुई है, लेकिन दोनों नेताओं ने टकराव के बजाय सहयोग पर जोर देते हुए समझौतावादी लहजा अपनाया।