रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने शनिवार को कुआलालंपुर में ADMM-Plus सम्मेलन में कहा कि हिंद-प्रशांत क्षेत्र खुला, समावेशी और किसी भी प्रकार के दबाव से मुक्त रहना चाहिए।
ADMM-Plus एक ऐसा मंच है जिसमें 11 देशों का आसियान (दक्षिण-पूर्व एशियाई राष्ट्र संघ) और उसके आठ संवाद साझेदार - भारत, चीन, ऑस्ट्रेलिया, जापान, न्यूज़ीलैंड, कोरिया गणराज्य, रूस और संयुक्त राज्य अमेरिका शामिल हैं।
उन्होंने कहा, "ADMM Plus अपने 16वें वर्ष में प्रवेश कर रहा है। भारत मतभेदों के बजाय संवाद को बढ़ावा देने और शांति एवं स्थिरता सुनिश्चित करने वाले क्षेत्रीय तंत्रों को मज़बूत करने के लिए आपसी हित के सभी क्षेत्रों में सहयोग को गहरा करने के लिए तैयार है। पिछले पंद्रह वर्षों का अनुभव स्पष्ट सबक देता है।"
राजनाथ सिंह ने आगे कहा कि पिछले कुछ वर्षों में, भारत ने कई विशेषज्ञ कार्य समूहों में सक्रिय रूप से भाग लिया है, क्षेत्रीय अभ्यासों की मेजबानी और भागीदारी की है और साझा परिचालन मानकों के निर्माण में योगदान दिया है।
उन्होंने कहा, "ADMM Plus ने भारत की पहलों को आसियान के रणनीतिक दृष्टिकोण के साथ संरेखित करने में भी मदद की है, जिससे यह सुनिश्चित हुआ है कि भारत की भागीदारी आसियान तंत्रों के साथ प्रतिस्पर्धा करने के बजाय उन्हें सुदृढ़ बनाए।"

















